बिहार के इस जिले में बनेगा रिंग रोड, पलक झपकते ही लोग पहुंचेंगे झारखंड-बंगाल, ट्रैफिक जाम से लोगों मिलेगा छुटकारा

जमुई: बिहार का जमुई जिला झारखंड से सटा हुआ है. यहां से झारखंड और पश्चिम बंगाल जाने वाले लोग यात्रा करते हैं. इस जिले के लोग अक्सर जिला मुख्यालय और रेलवे स्टेशन से जाते हैं, लेकिन जमुई शहर में लगातार जाम के कारण उन्हें बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. चाहे बिहार से झारखंड या पश्चिम बंगाल जाने वाले यात्री हों, या शहर में काम से आने वाले लोग हों. सभी को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है.

रिंग रोड से मिलेगी राहत

अब जमुई जिले और यहां से गुजरने वाले लोगों की परेशानियां कम होने वाली हैं. जमुई जिले में एक रिंग रोड के निर्माण की स्वीकृति मिल गई है, जिससे शहर को जाम से छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही लोगों को आने-जाने में समय की भी बचत होगी.
जानिए कितनी लागत से बनेगी यह सड़क 

जमुई जिले के लखीसराय-जमुई मुख्य मार्ग SH-18 से होते हुए रिंग रोड का निर्माण होगा. यह सड़क हांसडीह, आरके होटल, जमुई-मलयपुर मन रोड, घोड़ा अस्पताल, गिरीश टॉकीज, आईटीआई कॉलेज होते हुए NH-333-A में जाकर मिलेगी. इस रोड के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है और केंद्रीय सड़क एवं अवसंरचना निधि के तहत इसका चौड़ीकरण और मजबूतीकरण किया जाएगा. इस सड़क की लंबाई 10.5 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण में 37 करोड़ 36 लाख 45 हजार रुपये खर्च होंगे. रिंग रोड बन जाने से शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी.
आना-जाना होगा आसान

जमुई जिला मुख्यालय से चार मुख्य रास्ते निकलते हैं. एक सड़क जमुई-लखीसराय, दूसरी जमुई-सिकंदरा, तीसरी जमुई-खैरा और चौथी सड़क जमुई-मलयपुर होते हुए मुंगेर की तरफ जाती है. खैरा से मलयपुर जाने वाले लोगों को जमुई शहर से होकर गुजरना पड़ता है और उन्हें चंद मिनट की यात्रा के लिए घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है.

यही हाल दूसरी तरफ से आने-जाने वाले लोगों का भी है. पटना से देवघर जाने वालों को भी जमुई शहर से होकर गुजरना पड़ता है. लखीसराय से बांका जाने वालों को भी जमुई शहर से होकर जाना पड़ता है, लेकिन रिंग रोड बन जाने से शहर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह रिंग रोड जमुई जिले और आसपास के जिलों तथा पूर्वोत्तर बिहार के लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी.

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